Friday, April 1, 2016

अनिद्रा

अनिद्रा

अनिद्रा एक सामान्य रोग है| यह चिंता, शोक, विषाद, निराशा आदि के कारण उत्पन्न होता है | यदि नकारात्मक भावनाओं से स्वयं को दूर रखा जाए तो इस रोग से छुटकारा पाया जा सकता है |

कारण

नींद न आने के बहुत से कारण होते हैं| उनमें से कुछ कारण इस प्रकार हैं - नींद आते समय काम करते रहना, शरीर में वायु और पित्त का रोग, जुकाम, खांसी, श्वास की बीमारी, बार-बार दस्त आना, पेट या शरीर के किसी अन्य अंग में दर्द, हिचकी, डकार, प्यास अधिक लगना आदि| इसके अलावा शारीरिक श्रम न करना
, कोई दुःखद घटना होना, अत्यधिक शोर, अधिक चाय, कॉफी, तम्बाकू आदि का सेवन माथे में रक्त की अधिकता आदि कारणों से नींद नहीं आती है|

पहचान

सारी रात जागते हुए बीत जाती है| बेचैनी, करवटें बदलना, बार-बार नींद खुल जाना, आधी रात को नींद खुल जाने के बाद दोबारा नींद न आना लक्षण अनिद्रा के ही माने जाते हैं|

नुस्खे
जायफल को घिसकर घी में मिलाकर आंखों की पलकों पर लगाएं तथा तीन रत्ती चूर्ण शहद के साथ सेवन करें|
सोने से पूर्व दो चम्मच शहद पानी में घोलकर पी जाएं|
बकरी का दूध पैरों पर मलें|
हाथ-पैरों में तिली के तेल की मालिश करके ही सोने की तैयारी करें|
कनपटी, माथे तथा गले में सरसों के तेल की गहरी मालिश करने के बाद पलंग पर लेटें|
रात को सोने से पहले दो चम्मच शहद तथा एक चम्मच नीबू का रस पानी में मिलाकर सेवन करें| बाजरे की रोटी गुड़ के साथ रात में खाने से अच्छी नींद आती है|
हरे धनिए में चीनी का मीठा पानी मिलाकर पीने से रात में अनिद्रा की शिकायत दूर हो जाती है|
प्याज को आग में भूनकर उसका रस पीने से नींद अच्छी आती है|
पपीते का रस पीने से अनिद्रा की व्याधि दूर हो जाती है|
5 ग्राम पीपरामूल का चूर्ण गुड़ के साथ सेवन करें|
तरबूज के बीजों की गिरी घी में भूनकर सेवन करें|
सोने से पहले सेब का मुरब्बा खाएं|
एक कप दूध में एक चम्मच तुलसी का रस डालकर पीने से अच्छी नींद आती ह

No comments:

Post a Comment